फैटी लिवर आज के समय एक गंभीर समस्या बनता जा रहा है। जिससे भारत का हर दूसरा व्यक्ति जूझ रहा है। क्या है आखिर यह फैटी लिवर लिए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
विस्तार से :फैटी लीवर एक ऐसीस्थिति है जिसमें लीवर में वसा वसा बहुत अधिक मात्रा में जमा होने लग जाती है। स्थिति में लिवर में वसा की मात्रा, सामान्य मात्रा से अधिक हो जाती है। इसमें लीवर कोशिकाओं में वसा जम जाता है और लीवर सामान्य रूप से अपना कार्य नहीं कर पाता। यह दो प्रकार का होता है।
नॉन अल्कोहलिक फैटी लीवर डिजीज :
यह फैटी लीवर ऐसी स्थिति है जिसमें वसा अधिक मात्रा में जमा हो जाता है। यह बिना शराब के सेवन के होता है। होने के कारण मोटापा, मधुमेह और हाई ब्लड प्रेशर होते हैं।
नॉन अल्कोहलिक स्टीटो हेपेटाइटिस : यह फैटी लीवर का एक गंभीर रूप है जिसमें लीवर में सूजन और निशान पड़ जाते हैं। यह शराब के अधिक सेवन से होता है।
लक्षण: वैसे तो फैटी लीवर के कोई मुख्य लक्षण नहीं होते किंतु कुछ लोगों को थकान, पेट में दर्द और वजन बढ़ाना जैसे लक्षण हो सकते हैं।
उपचार: फैटी लीवर का उपचार अपने जीवन शैली में बदलाव करके तथा डॉक्टर इलाज की सहायता से किया जा सकता है । फल ,सब्जियां साबुत अनाज और कम वसा वाले भोजन का सेवन करने से फैटी लीवर से राहत मिलती है। शरीर का वजन नियंत्रित करने से फैटी लीवर की समस्या से निजात पाई जा सकती है। नियमित रूप से व्यायाम करें। शराब का सेवन करना फैटी लीवर का एक प्रमुख कारण है इसलिए इसका सेवन बंद कर दे। तला हुआ और नमकीन भोजन से दूरी बना ले।
निष्कर्ष: यूं तो फैटी लिवर कोई गंभीर समस्या नहीं है किंतु यदि इसका समय पर उपचार न किया जाए तो यह विकराल रूप ले लेती है। इसलिए इस समय पर पहचाने और उचित कदम उठाए। अपने जीवन शैली मै बदलाव करें और डॉक्टर से उपचार करें।
Connect Our Social Media Account’s