जटिल विषयों को जानने या लिखने, कोई प्रोजेक्ट या रिपोर्ट बनाने में एआइ चैट जीपीटी, गूगल जेमिनी जैसे चैटबाट का प्रयोग किया जाता है। लेकिन हमें इसका प्रयोग करते समय सावधान रहना चाहिए। क्योंकि इसमें कुछ गलतियां होने की संभावना होती है। जैसे मेटा एआइ के साथ चैट करते हुए आपकी बातचीत ऑनलाइन पोस्ट हो सकती है। ऐसे में कुछ बातों का ध्यान जरूरी है।
1. एआइ के साथ साझा करने से पहले जरूर सोचें : एआइ के साथ किसी तरह की निजी, वित्तीय या संवेदनशील जानकारी साझा करना जोखिम भरा हो सकता है। जैसे आप मेटा चैटबाट एप का प्रयोग कर रहे हैं तो दाहिने कोने पर शेयर का बटन हिट करने पर फेसबुक पोस्ट की तरह आपका चैट पब्लिक फीड में जा सकता है। चैटबाट से बातचीत को पब्लिक पर्सनल डायरी की तरह प्रयोग करने से बचना चाहिए। अगर आप जानबूझकर एआइ चैटबाट के साथ बातचीत को पब्लिक कर रहे हैं तो पहले यह सोचे कि आप ऐसी जानकारी फेसबुक पोस्ट पर साझा करना चाहेंगे या नहीं।
2. चैटबाट क्यों करने लगता है अजीबो – गरीब बात : चैटबाट की बातों से एक आकर्षण उत्पन्न होता है, जिससे आप इसके साथ अधिक समय व्यतीत करने लगते हैं। लेकिन बातचीत में चैटबाट से कई बार अनावश्यक या मूर्खतापूर्ण प्रतिक्रिया मिलने लगती है। यह कापीराइट के नियमों का उल्लंघन करते हुए भी देखा गया है। इसका प्रयोग करना आपके लिए मुश्किलों पैदा कर सकता है। इस कंप्यूटर की ही गलती मानते हुए हमेशा चैटबाट के साथ सतर्कता वर्तनी चाहिए।
3. बातचीत की एक सीमा होनी जरूरी : एआइ आपको मेंटल हेल्थ जैसे संवेदनशील विषयों पर सुझाव या जानकारी उपलब्ध करा सकता है। लेकिन एआइ की बात को पूरी तरह मान लेना खतरों से खाली नहीं है। इसका प्रयोग कुछ नया सीखने, तथ्यों और तर्कों को बेहतर बनाने तक ही सीमित रखना चाहिए। इससे पासवर्ड, वित्तीय डाटा, सेहत सुझाव लेने से बचना चाहिए। ध्यान रखें कि एआइ चैटबाट आपकी नैतिक मार्गदर्शनक नहीं बन सकता है।
4. चैटबाट के साथ भावनाएं जोड़ने से बचें : यह सच है कि चैटबाट का डिजाइन मानव जैसी बातचीत या दोस्त की तरह व्यवहार करने के लिए ही किया गया है। कुछ कंपनियां चैटबाट रोमांटिक पार्टनर की तरह बात कर करते हैं। लेकिन चैटबाट से दोस्ती हमारे मानवीय संबंधों के लिए नहीं है। इसमें संवेदनाओं को महसूस करने के लिए भावनाएं नहीं है। इससे दोस्तों के साथ पार्टी प्लेन करना या पर्सनल टिप्स जैसे सवाल तो पूछ सकते हैं, लेकिन इस पर पूरा भरोसा नहीं कर सकते।
5. एआइ टेक्स्ट का प्रयोग करने में रहे सावधान : एआइ टेक्स्ट को आप बिना जांच पड़ताल के अगर कॉपी पेस्ट कर रहे हैं तो यह परेशानी भरा हो सकता है। खास करके अगर आप किसी जॉब के लिए कवर लेटर लिख रहे हैं या किसी को औपचारिक आमंत्रण भेज रहे हैं तो एआइ द्वारा शब्दों का चयन और उसकी निहितार्थ को लेकर निर्भर नहीं रहना चाहिए। एआइ टेक्स्ट को जचने वाले टूल्स भी उपलब्ध है जो इस तरह की कहानियों को चिन्हित कर सकते हैं।
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